ईमानदारी और खुद्दारी की मिसाल पेश कर रहा उड़ीसा का रहने वाला समीर नाग
संवाददाता: विजय पचौरी (जगदलपुर,बस्तर छत्तीसगढ़)
जगदलपुर :यूं तो इस उम्र में बच्चे पढ़ाई करते हैं मगर इस बच्चे के ऊपर ऐसा संकट है कि इस उमर में यह फुग्गा बेच कर अपने परिवार सहयोग कर रहा है इस बच्चे का नाम है समीर नाग जो कि उड़ीसा के कोटपाड के मेटागुड़ा का रहने वाला है और उसके पिताजी का एक्सीडेंट होने के बाद इसकी मां और नानी जगदलपुर आ गए थे इसकी मां कुली का काम करती है और इसकी नानी लोगों के घरों में जाकर खाना बनाने का काम करती है।
इस बच्चे की लगन देखकर लोग हैरान जरूर होते हैं इस बच्चे को कई बार लोगों ने पैसा देने की कोशिश की मगर यह मना कर देता है और कहता है कि मैं अपनी मेहनत से ही फुगे बेच कर अपने परिवार का पेट भर लूंगा जब यह बच्चा एक घड़ी दुकान गया और घड़ी वाले से घड़ी लेने की बात कही रेट सुनकर बच्चे ने कहा मैं घड़ी को बाद में लूंगा। घड़ी दुकान वाले ने कहा कि यह घड़ी मेरे तरफ से आप ले लीजिए मगर उसने कहा कि मैं यह घड़ी पैसे से ही खरीद लूंगा कुछ दिन बाद पैसे इकट्ठे हुए तो यह बच्चा आया और 120 रुपये की घड़ी खरीद कर ले गया समीर नाग सुबह 8:00 बजे अपने घर से फुगे बेचने निकल जाते हैं और दिन भर में 100 से 200रुपये का फुग्गा बेच लेता और यह बच्चा पढ़ने भी स्कूल जाता हैं फुगे बेचने से इस बच्चे की आमदनी हो जाती है और इसे घर चलाने में मां और नानी का साथ भी देता हैं। इस बच्चे की इमानदारी और खुद्दारी देखकर कई लोग इसके काम को पसंद भी कर रहे हैं आज के जमाने में ऐसे बच्चे बहुत ही कम दिखते हैं