1 करोड़ की इनामी महिला नक्सली कल्पना उर्फ सुजाता तेलंगाना में गिरफ्तार
बस्तर। तेलंगाना पुलिस ने हैदराबाद से एक करोड़ रुपये की इनामी महिला नक्सली कल्पना उर्फ सुजाता (60) को गिरफ्तार किया है। वो महबूब नगर में इलाज कराने गई थी, तब पकड़ी गई। सुजाता दक्षिण बस्तर डिवीजनल कमेटी की प्रभारी समेत कई पदों पर रहते हुए बीजापुर, सुकमा, दंतेवाड़ा जिलों में 100 से अधिक वारदातों में शामिल रही है।
पुलिस ने बताया कि, कल्पना उर्फ सुजाता पर आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में कुल मिलाकर एक करोड़ रुपए का इनाम है। पुलिस को उससे पूछताछ में नक्सलियों के बारे में बड़ा इनपुट मिलने की उम्मीद है।
हालांकि बस्तर पुलिस ने पद्मा की गिरफ्तारी को लेकर कोई बयान जारी नहीं किया है। पद्मा ने काफी पहले ही बस्तर छोड़ दिया था। इसके बाद वो तेलंगाना में रह रही थी।
इन बड़ी वारदातों की रची थी साजिश
- 2007 में एर्राबोर में 23 जवान शहीद हुए थे।
- अप्रैल 2010 में ताड़मेटला में 76 जवान।
- 2010 में गादीरास में 36 जवान शहीद हुए।
- 2013 में झीरम में कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर हमले में 31 जवान शहीद।
- 2017 में चितागुफा में 25 जवान।
- मिनपा में 17 जवान।
- टेकुलगुडेम में 21 जवान शहीद हुए थे।
नक्सल संगठन में कई नामों से जानी जाती है सुजाता
नक्सली संगठन में सुजाता के कई प्रचलित नाम हैं। उसे पद्मा, कल्पना, सुजाता, सुजातक्का, झांसीबाई कहा जाता है। बंगाल में उसे मैनीबाई के नाम से भी जाना जाता है। 12वीं तक पढ़ी सुजाता अंग्रेजी, हिंदी, बंगाली, ओडिया, तेलुगु के साथ-साथ गोंडी, हल्बी बोली भी जानती है।
किशनजी के साथ बंगाल से बस्तर आई थी
सुजाता नक्सली नेता कोटेश्वर राव उर्फ किशनजी की पत्नी है। वो किशनजी के साथ बंगाल से बस्तर आई थी। किशनजी को बंगाल का प्रभार दिए जाने के बाद वह कुछ समय तक बंगाल में ही रही। 2011 में किशनजी के मारे जाने के बाद वो बस्तर आ गई।
हिडमा समेत महिला विंग तैयार की
सुजाता को हार्डकोर नक्सली माना जाता है। आमतौर पर महिला नक्सली अपने पति की मौत के बाद संगठन छोड़ देती हैं, लेकिन सुजाता ने सरेंडर नहीं किया। उसका देवर सोनू सेंट्रल कमेटी का सदस्य है। सोनू की पत्नी भी नक्सली नेता है। सुजाता ने ही नक्सली कमांडर माड़वी हिडमा को तैयार किया था। संगठन में महिलाओं की भर्ती में उसकी अहम भूमिका रही है।