महादेव सट्टा ऐप मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार
भिलाई में महादेव सट्टा ऐप मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों के खातों से 1 करोड़ 65 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ है। दोनों खातों को होल्ड किया गया है। वहीं इस मामले में दो मुख्य आरोपी फरार हैं। दोनों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। रविकांत और गोविंदा चौहान के पास महंगी गाड़ियां और कई प्लॉट्स होने के बारे में पता चला है। चारों मिलकर ऑन लाइन सट्टे का संचालन कर रहे थे।
धीरज महतो ने बताया कि वो चाय की दुकान चलाता है। खुद को पत्रकार बताने वाले रविकांत मिश्रा और गोविंदा चौहान अक्सर दुकान आया-जाया करते थे। यहीं उनकी पहचान हुई। फिर दोनों ने सरकार की योजनाओं का फायदा दिलाने की बात कहकर मेरे और मेरे दोस्त मुकेश तांडी के खाते की जानकारी ली।
धीरत ने बताया कि रवि और गोविंदा ने उनके नाम पर खाता तो खुलवाया, लेकिन मोबाइल नंबर अपना डलवाकर उस खाते का खुद ही संचालन करने लगे। जब धीरज ने इस पर सवाल किया तो उसके मोबाइल नंबर से सिस्टम पर खाता अपडेट नहीं होने की बात कही, इसलिए उन्होंने अपना नंबर दे दिया।
धीरज के मुताबिक दोनों कथित पत्रकार ने बताया कि कुछ दिन बाद सिस्टम में खाता अपडेट हो जाएगा, फिर दोनों का मोबाइल नंबर भी अपडेट कराएंगे। अपडेशन के बाद उन्हें बैंक खाता हैंडओवर करने की बात कहकर ATM साथ ले गए।
शक होने पर बैंक जाकर खाता चेक कराया
कुछ महीने बीत जाने के बाद जब उन लोगों ने खाता वापस नहीं किया तो धीरज ने आईडीएफसी बैंक नेहरू नगर में जाकर दोनों का खाता चेक करवाया। यहां बैंक मैनेजर ने बताया कि दोनों के खाते से करीब 1 करोड़ 65 लाख रुपए का अवैध लेनदेन हुआ है। खाता मुंबई से होल्ड कर दिया गया है।
पुलिस विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक ACCU और सुपेला पुलिस ने धीरज महतो और मुकेश तांडी को दो दिन पहले गिरफ्तार किया है। दोनों महादेव सट्टा ऐप का संचालन कर रहे थे। जिसका लेनदेन उनके खाते में हो रहा था।
पुलिस ने जब पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि उनके साथ मिलकर कथित पत्रकार रविकांत मिश्रा और गोविंदा चौहान भी यह काम करते हैं। उनके खाते से लेनदेन उन्हीं दोनों के द्वारा किया जा रहा है। पुलिस ने रवि और गोविंदा चौहान सहित अन्य के खिलाफ बीएनएस की धारा 318(4), 319(2) और 61(2) के तहत मामला दर्ज किया है।