अवैध रेत उत्खनन के मामले में सत्ता पक्ष के विधायक ने अपनी ही सरकार को घेरा, तो मंत्री ने कर दी ठेकेदारों का लाइसेंस निरस्त करने की घोषणा
विधानसभा में मंगलवार को अवैध रेत उत्खनन का मामला गूंजा। सत्ता पक्ष के विधायक ने अपने ही सरकार को घेरते हुए पूछा कि ऐसे प्रकरणों में सिर्फ़ जुर्माना वसूला जाता है, खनन का ठेका क्यों निरस्त किया जा रहा है। इस पर सरकार की ओर से स्वास्थ मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने अवैध खनन करने वाले ठेकेदारों का लाइसेंस निरस्त करने की घोषणा की।
प्रश्नकाल में भाजपा सदस्य धर्मजीत सिंह ने यह मामला उठाते हुए कहा कि रेत उत्खनन के नाम पर विभाग के अधिकारी सिर्फ जुर्माना ही वसूला जा रहा है। जेसीबी, माउंटेन मशीनों को जप्त नही किया जा रहा है। साथ ही किसी खदान का ठेका निरस्त नहीं किया गया है, जिससे खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं विभागीय अधिकारी सिर्फ़ अवैध वसूली में लगे हैं। भाजपा विधायक ने पूछा क्या ऐसे ठेकेदार का लाइसेंस निरस्त किया जाएगा। मुख्यमंत्री जो खनिज मंत्री भी है उनकी अनुपस्थिति में उनके भारसाधक मंत्री श्याम बिहारी जयसवाल ने बताया कि ऐसे मामलों में जुर्माना के साथ कई वाहनों को राजसात किया गया है। इस दौरान मंत्री ने आगामी दिनों खनन माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई कर संबंधित रेत ठेकेदार का लाइसेंस निरस्त करने की घोषणा सदन में की।