होली के साथ भूतबेडा़ में मनाया गया आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस
विकासखंड मुख्यालय मैनपुर से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर बसा हुआ सुदूर वनांचल ग्राम भूतबेड़ा में होली पर्व के साथ ही अपने हक अधिकार के लिए हर वर्ष 8 मार्च को मनाई जाने वाली अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को इस बार भी बड़ी धूमधाम से मनाया गया।
मैनपुर। विकासखंड मुख्यालय मैनपुर से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर बसा हुआ सुदूर वनांचल ग्राम भूतबेड़ा में होली पर्व के साथ ही अपने हक अधिकार के लिए हर वर्ष 8 मार्च को मनाई जाने वाली अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को इस बार भी बड़ी धूमधाम से मनाया गया। क्षेत्र के सैकड़ों महिलाओं की उपस्थिति में मुखिया महिलाओं के द्वारा रानी दुर्गावती लक्ष्मी बाई के तस्वीर पर माल्यार्पण करते हुए कार्यक्रम का शुरुआत किया गया।
इसमें विशेष रूप से पंच, सरपंच,स्व सहायता समूह, मितानिन,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता,सहायिका सहित गांव की जागरूक महिलाएं शामिल हुई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ग्राम पंचायत कोचेंगा के सरपंच श्रीमती कृष्णा बाई मरकाम ने कहा कि महिलाओं को विशेष रूप से प्रेरित कर उन्हें बेहतर कार्य के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। जिससे कि वे आगे बढ़ सके। महिलाओं को अपने मन में सभी प्रकार के कार्यां को करने के लिए दृढ़संकल्पित होना चाहिए। महिलाएं मजबूत इच्छाशक्ति से ही सभी प्रकार के कार्य कर सकती हैं।
महिलाओं को जब भी अवसर मिला है, उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी अपने आप को बेहतर रूप से साबित करके दिखाया है। आज विश्व में हर जगह लैंगिग समानता के बारे में चर्चा होती है। उन्होंने कहा कि स्व सहायता समूह की दीदी अपने कार्यां के साथ-साथ नशा मुक्ति के बारे में भी घर-घर जाकर जानकारी प्रदान कर रही हैं।
फूलमती जगत ने अपने उद्बोधन में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने का उद्देश्य महिलाओं को उनकी क्षमता, समाज के विकास में भागीदारी सुरक्षित किए जाने की बात कही।
संचालन की भूमिका में रहते हुए वरिष्ठ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सुनीति बाँकुरे ने महिलाओं पर हो रहे अत्याचार पर अंकुश लगाने के लिए सभी महिलाओं को एकजुट होकर कार्य करने की जरूरत को विस्तार पूर्वक समझाया गया।
अपने सारगर्भित उद्बोधन में श्रीमती शैल साहू उप सरपंच ग्राम पंचायत कोचेंगा ने पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाते हुए निर्णायक भूमिका में महिलाओं को भी रहने की बात बताई गई।
पितृसत्ता के खिलाफ संघर्ष करते हुए आदिवासी मजदूर किसान कर्मचारी महिलाओं के ऊपर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ संघर्ष करने की जरूरत के साथ ही जल जंगल जमीन और संपत्ति के ऊपर महिलाओं को समान अधिकार हो इसके लिए भी आंदोलन को गति प्रदान करने गांव गांव में महिलाओं को एकजुट कर अपने हक अधिकार के लिए संघर्ष करने की जरूरत को एक स्वर में उपस्थित सैकड़ों महिलाओं द्वारा प्रस्ताव पारित किया गया।
सैकड़ों महिलाओं द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस जिंदाबाद,, आदिवासी, मजदूर, किसान, कर्मचारी एकता जिंदाबाद,, महिलाओं के ऊपर अत्याचार करना बंद करो, नशा मुक्ति अभियान सफल हो, गांव में दारू पीकर लड़ाई झगड़ा करना बंद करो,, महिला शक्ति जिंदाबाद नारों के साथ गांव की गलियों में में रैली निकाली गई। तत्पश्चात महिला अधिकार संघर्ष समिति उदंती सीतानदी राजापडाव क्षेत्र नाम से समिति का गठन करते हुए मुखियाओं का चयन भी किया गया जिसमें अध्यक्ष कृष्णा बाई मरकाम सरपंच ग्राम पंचायत कोचेंगा,उपाध्यक्ष फूलमती जगत उदंती।
सचिव शैल साहू उप सरपंच कोचेंगा, कोषाध्यक्ष रामबाई नेताम भूतबेड़ा को सर्वसम्मति से मनोनीत करते हुए आने वाला सप्ताह भर के भीतर पूरे समिति का विस्तार पूर्वक गठन करने की बात कही गई।समापन के बेला में उपस्थित सैकड़ों महिलाओं ने होली पर्व को धूमधाम से मनाते हुए सामूहिक नृत्य कर एक दूसरों को गुलाल लगाकर स्वागत सत्कार करते हुए गले मिले। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस में विशेष रूप से अध्यक्ष कृष्णा बाई मरकाम, उपाध्यक्ष फूलमती जगत, सचिव शैल साहू, कोषाध्यक्ष रामबाई नेताम, ममता अग्रवानी कुंती देवदास, सुनीति बाँकुरे,फूलमती जगत, उपासीन बाई, जागेश्वरी नेताम,श्रीमती मालती बाई,बिलासों बाई हरपाल,चैती बाई मरकाम,सीता दीवान, सुशीलाबाई मरकाम, ममता बाँकुरे, सुनाई बाई,द्रोपति बाई, तिहारीन, लोकेश्वरी राधाबाई, जानकी बाई,उमा बाई,चंद्रिका, पद्मनी,उमा बाई,गिरजा बाई, सरिता बाई,नंदेश्वरी,यशोदा बाई, ललिता बाई, इतवारीन बाई, सहित सैकडो महिलाएं कार्यक्रम में शामिल रहे।