कोयले की दलाली खाओगे तो ईडी नहीं आएगी तो क्या भारत रत्न के लिए आमंत्रण आएगा”… सीएम बघेल के आरोपों पर रमन सिंह का पलटवार
प्रदेश में कांग्रेसी नेताओं के ठिकानों पर सोमवार को हुई ED की छापेमारी कार्रवाई के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा पर आरोप लगाए थे
रायपुर। प्रदेश में कांग्रेसी नेताओं के ठिकानों पर सोमवार को हुई ED की छापेमारी कार्रवाई के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा पर आरोप लगाए थे। जिसके बाद अब प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने पलटवार करते हुए पत्रकारवार्ता कर प्रदेश की कांग्रेस सरकार को घेरा है, साथ ही उन्होंने सीएम भूपेश बघेल पर तंज भी कसा।
राजनांदगांव में नक्सली हमले में शहीद जवानों को श्रदांजलि देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि आज यह कितने दुःख की बात है कि एक तरफ जहां प्रदेश में नक्सल घटनाएं हुई है तब कांग्रेस के नेताओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस में शहीदों को श्रद्धांजलि के लिए कांग्रेस के पास 1 मिनट का समय भी नहीं रहा। वहीं अपने भ्रष्ट नेताओं के बचाव में कांग्रेस ने दिल्ली के नेताओं को मैदान में उतारकर यह साबित कर दिया है कि कांग्रेस की प्राथमिकता क्या है।
साथ ही प्रदेश के चर्चित शब्द ED और CD को लेकर उन्होंने कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में पहले बाहर से कोई नेता आता था तब यहां विकास और योजनाओं की बात होती थी, आज भूपेश के राज में यह हालत है कि राष्ट्रीय स्तर की मीडिया और नेताओं के बीच छत्तीसगढ़ का नाम सिर्फ “ED और CD” के लिए याद रखा जाता है।
इसके अलवा भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कांग्रेस के बयां पर पूर्व सीएम ने कहा कि कांगेस ने कहा कि राहुल गाँधी की भारत जोड़ो यात्रा से बौखलाहट है, जो यात्रा छत्तीसगढ़ में आई ही नहीं उससे किसी को क्या बौखलाहट हो सकती है।
छत्तीसगढ़ में सड़कों की ख़राब स्थिति और गौठानो की दुर्दशा पर उन्होंने कहा कि मैं तो भूपेश से कहना चाहता हूँ कि अपने नेताओं को एक बार छत्तीसगढ़ भ्रमण करवाएं और दिखाएं कि उन्होंने कितनी सड़कें बनवाई हैं गौठानो में कितने मवेशी मर रहे हैं।
कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा की पत्रकारों की आवाज दबाने के बयान पर पलटवार करते हुए डॉ. रमन सिंह ने कांग्रेस के शासन में पत्रकारों के साथ हुए दुर्व्यवहार को याद दिलाते हुए कहा कि मै कांग्रेस की प्रभारी कुमारी शैलजा से कहना चाहता हूं कि अभी आप छत्तीसगढ़ में नई आई है। पहले एक बार छत्तीसगढ़ की हालत देख लीजिए, प्रदेश में कांग्रेस की सरकार ने छत्तीसगढ़ में कमल शुक्ला, नीलेश शर्मा, सुनील नामदेव जैसे पत्रकारों के साथ जेल में डालने और घर तोड़ने जैसा जो दुर्व्यवहार किया है।
बीते दिनों गुढ़ियारी थाना क्षेत्र में नाबालिग बच्ची पर हुए हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने कुमारी शैलजा को उल्लेखित करते हुए कहा कि मुझे इस बात पर दुःख है कि कुमारी शैलजा एक महिला होने के नाते आज उस घटना का उल्लेख करना भूल गई जहां कल इसी राजधानी में प्रदेश की एक बेटी पर जानलेवा हमला हुआ और उसे बीच सड़क बाल पकड़कर घसीटा गया इसपर उन्होंने थोड़ी भी संवेदना नहीं दिखाई।
साथ ही कोयले के अवैध वसूली पर कांग्रेस सरकार पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि जब 4 सालों तक कोयले की दलाली खाओगे तो ईडी नहीं आएगी तो क्या “भारत रत्न” के लिए आमंत्रण आएगा, जहां तक उनके अधिवेशन के बीच ईडी के कार्यवाही की बात है तो ईडी संवैधानिक एजेंसी है और अपना काम कर रही है।
नान, चिटफंड और झीरम के मामले पर कांग्रेस सरकार को घेरते हुए उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल सबसे पहले तो यह जवाब दें कि चुनाव से पहले उन्होंने और टीएस सिंह देव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर जिन अधिकारियों की ED और CBI से जांच करवाने की मांग की थी आज उन्हें सिरमौर बनाकर क्यों रखा हुआ है।
जिन अधिकारियों के विरुद्ध नान के मामले में केस दर्ज है उनके सेवा समाप्ति के बाद भी नियुक्त कर विभाग के महत्वपूर्ण पद से क्यों नवाजा गया है? इतना ही नहीं भ्रष्ट अधिकारीयों के लिए सर्वोच्च न्यायालय में ढाल बनकर क्यों खड़े हुए हैं?
इसके साथ ही CM madam के नाम पर पूरे नान मामले को घुमाने वाले भूपेश बघेल शायद यह भूल गए हैं कि उनके जिन अधिकारियों ने इस मामले की जांच की उन्होंने पहले ही सीएम मैडम को “चिंतामणि मैडम” स्वीकार कर लिया है।
उन्होंने कहा कि जहां तक बात झीरम की है तो सबसे पहले तो जब झीरम की घटना हुई तब केंद्र में कांग्रेस की सरकार ने NIA को उसकी जांच के लिए नियुक्त किया था तब भूपेश बघेल ने NIA पर विश्वास नहीं दिखाया। आज भूपेश बघेल नक्सली हमलों में NIA पर विश्वास भी दिखा रहे हैं और झीरम की जांच आज तक अधूरी पड़ी हुई है। आज कांग्रेस के पास अपने भ्रष्टाचार को छुपाने का कोई साधन नहीं बचा है इसलिए ये सिर्फ बातों को गोल-गोल घुमाकर अपने नेताओं और जनता को गुमराह कर रहे हैं।