कॉल सेंटर में मोबाइल टावर के नाम पर लोगों को लगाते थे चूना, 14 युवती, 8 युवक पकड़ाए
रायगढ़ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कॉल सेंटर संचालित कर ठगी करने वाले बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है।
रायगढ़। रायगढ़ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कॉल सेंटर संचालित कर ठगी करने वाले बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इन आरोपियों को कोलकाता के एक कॉल सेंटर से धरदबोचा है। पकड़े गए आरोपियों में 14 युवती और 8 युवक शामिल है। ये सभी आरोपी कॉल कर लोगों के खाली जमीन पर ऐयरटेल कंपनी का टॉवर लगाने का झांसा देते थे। बदले में उन्हें एकमुश्त मोटी रकम और हर महीने किराये देने की बात करते थे। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से कई मोबाइल, बैंक एकाउन्ट सहित अन्य सामान जब्त किया है।
जानकारी के मुताबिक थाना पुसौर के अपराध क्रमांक 357/2022 धारा 420 आईपीसी के प्रार्थी आदित्य मिश्रा निवासी ग्राम महलोई थाना पुसौर द्वारा थाना पुसौर में 8 सितंबर 2022 को एक लिखित आवेदन देकर धोखाधड़ी का रिपोर्ट दर्ज कराया गया था जिसके अनुसार उसे अगस्त माह में 3 अलग-अलग मोबाईल नंबरों से अज्ञात व्यक्ति (साइबर ठग) कॉल कर गांव में एयरटेल कंपनी का टावर लगाने के संबंध में चर्चा कर घर व प्लाट चाहिये बोला था और घर व प्लाट के एवज में प्रति माह 15,000 रूपये किराया व बोनस तौर पर 15 लाख रूपये एक साथ देने का लालच दिये थे । ऐसा कहकर ठगों ने डाक्यूमेंट्स तैयार करने, इंश्युरेंस, NOC व मटेयिल के लिए रूपये जमा करना होगा कहकर कुल 1,82,460 रूपये जमा कराकर धोखाधड़ी किया गया था ।
एसपी अभिषेक मीना द्वारा एडिशनल एसपी संजय महादेवा, सीएसपी रायगढ़ अभिनव उपाध्याय को मामले की सूक्ष्मता से जांच पड़ताल के निर्देश दिए गए और साइबर सेल प्रभारी एसआई कमल किशोर पटेल को पीड़ित को जिन नंबरों से कॉल कर रुपयों की ठगी की गई थी उन नंबरों को सर्विलांस में रखकर इनपुट निकालने का काम काम सौंपा गया।
उन्होंने साइबर सेल को आवश्यक जानकारियां टीम को शेयर करने कहा गया था । रायगढ़ पुलिस स्थानीय कोलकाता जोरासांकी पुलिस की मदद से जोरासांकी मेट्रो के गेट परबड़ी सूझबूझ से रेड कर आरोपी शमसूद हुसैन (19 साल) निवासी बेलगछिया रोड़ कोतकाता को हिरासत में लिया गया । आरोपी शमसूल पुलिस की कड़ी पूछताछ में बताया कि उस बिल्डिंग के दो कमरों को उनका परिचित (कॉल सेंटर के दोनों संचालक) किराए में लेकर अवैध तरीके से कॉल सेंटर चला रहे है।
इस कॉल सेंटर में छल और ठगी का गिरोह चलाया जा रहा है। ये लोग पूरे भारत में लोगों को मोबाइल टावर लगाने के नाम पर कॉल कर ठगते हैं। सभी का अलग-अलग कार्य हैं, ऑफिस में मैनेजर-गोपाल कंडारऔर दीपिका मंडल तथा टीम लीडर-बीना साव उर्फ़ डाली, मधु यादव, जूली सिंह, स्नेहा पाल, पूजा राय है उनके साथ –राम कुमार साव, पूजा सिंह, विशाल सेठ, पिंकी राजभर, पूजा पासवान, पूजा शर्मा, रिंकी साव, इंद्रोजीत दास, पूजा दास, अंकु गुप्ता, अनिल शाह, कामिनी पोद्दार, प्रियंका चौधरी, रोहित साव सभी लोगों को ठगी करने में माहिर हैं । ऑफिस के स्टाफ दो अलग-अलग व्हाट्सएप ग्रुप बनाए हैं।
जिसमें एक “राधे-राधे” और दूसरा “नेवर गिव अप ग्रुप” है इनके सीनियर के कहने पर सभी आरोपीगण प्रतिदिन 250 से 300 लोगों को कॉल करते हैं और अपना-अपना डायरी मेंटेन करते हैं कि कस्टमर से कितने रुपए प्राप्त हुए किन से क्या डॉक्यूमेंट लेना है। इन सब का जिक्र उस डायरी में होता था। सभी अलग-अलग नामों से लोगों को कॉल करते थे। आरोपी शमसूल बताया कि उसके सीनियर गूगल से सीरीज नंबर लेकर इन्हें मुहैया कराते थे और उन नंबरों पर कॉल कर लोगों को अपने झांसे में लेना होता है।
ये लोग सबसे पहले कॉलर से टावर लगाने के नाम पर लुभावनी स्कीम बताते थे जिसमें उनसे पूछा जाता था कि क्या उनके पास 10X10 का जमीन है किसके अधिकार की जमीन है । उसके बाद जमीन पर टावर लगाने की फ्रॉड स्कीम बताकर प्रलोभन देते थे कि इन्हें 10 साल के लिए 15,00,000 रुपए देंगे, 12,000 प्रतिमाह किराया देंगे तथा घर के एक पढ़े-लिखे सदस्य को 10 से 15,000 की नौकरी भी दी जाएगी। जब कॉलर राजी हो जाता था तब उन्हें कमर्सियल लायसेंस, इंश्युरेंस, NOC आदि के नाम पर ड्क्युमेंट व रूपये मांगे जाते थे। इनके पास केवल एक स्मार्टफोन मोबाइल नंबर 8902251001 है जो उनके कॉल सेंटर में रखा है। इस स्मार्टफोन का इस्तेमाल व्हाट्सएप के जरिए डॉक्यूमेंट मंगाने का होता था।
कस्टमर इनके लुभावने स्कीम में आ जाने पर उन्हें अपने सीनियर कॉल सेंटर के दोनों संचालक, मधु, गोपाल, स्नेहा, बिना उर्फ डाली, दीपिका मंडल, पूजा राय आदि हैंडल करते थे । इनका कहना है कि हर 5 में से एक व्यक्ति इनके झांसे में आता है। सीएसपी पूरी जानकारी लेने के बाद एसपी मीना को अवगत कराये । एसपी मीना रेड का समय निर्धारित कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया व टीम को गोपनियता बरतने की समझाईश दिये। पुलिस टीम स्थानीय जोरासांकी पुलिस को लेकर 3 अलग-अलग टीमें बनाकर शमसुल हुसैन को लेकर सुभाष नगर रोड दक्षिण दमदम के एक पुराने बिल्डिंग के दो कमरों में संचालित हो रहे अवैध कॉल सेंटर के बाहर पहुंची। टीम बाहर जाने के रास्तों को ब्लॉक कर एकाएक सीएसपी अपनी टीम लेकर कमरे तक पहुंचे। सबसे पहले एक कमरे को बाहर से बंद कर दौड़कर दूसरे कमरे तक पहुंचे।
इतने में बंद कमरे में अंदर रहे युवक युवती मामले को भापकर स्वयं दरवाजे को अंदर से बंद कर अपने मोबाइल व कुछ सामग्रियों को खिड़की से नीचे फेंक रहे थे । तत्काल एक आरक्षक बिल्डिंग के नीचे जाकर सामानों को नाली में जाने से बचाया । तब सीएसपी दोनों कमरों में स्टाफ के साथ जाकर अपने नियंत्रण में लिये स्थानीय पुलिस की मदद से कॉल सेंटर में काम कर रहे 14 लड़की व 8 लड़कों को उनके हितबध्द्ध साथियों के काफी विरोध के बाद हिरासत में लेकर पूछताछ कर आरोपियों से घटना में प्रयुक्त आफिस तथा उनके स्वयं के नीजी प्रयोग के 44 मोबाइल तथा सभी आरोपियों के डायरियां जप्त किया गया है।
जांच में पता चला कि कॉल सेंटर के संचालक के बैंक अकाउंट में कोई रकम नहीं रखता था। वह अपने परिचितों को धोखे में रखकर उनके आईडी पर बैंक अकाउंट खोल कर उनका एटीएम, चेक बुक वगैरह उपयोग कर रहा था और कस्टमर से फोन पे, गूगल पे तथा बैंक अकाउंट के माध्यम से रुपए प्राप्त करता था।
आरोपियों के जप्त मोबाइल में लगे सिम का कॉल रिकॉर्ड निकालकर साइबर सेल की टीम द्वारा उन नंबरों से किए गए कॉल की जानकारी लेने पर छत्तीसगढ़ राज्य के दुर्ग, कोरबा, खैरागढ़, धमतरी, कबीरधाम तथा मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल में आरोपियों द्वारा ठगी की जानकारी मिली है जिसमें ठगी की रकम एक करोड़ से अधिक रुपए का होना पता चला है। रायगढ़ पुलिस आरोपी के मुंबई, कोलकाता, त्रिपुरा आदि स्थानों में खोले गए 9 बैंक अकाउंट फ्रीज कराए गए हैं। पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा के दिशा निर्देशन पर संबंधित जिलों के पुलिस अधीक्षकों से संपर्क कर उन्हें पत्राचार कर मामले की जानकारी दी गई है । फरार कॉल सेंटर के संचालक की खोज में पुलिस की एक टीम लगी हुई है।
गिरफ्तार आरोपी-
कॉल सेंटर का मैनेजर- गोपाल कंडारऔर दीपिका मंडल तथा टीम लीडर- बीना साव उर्फ़ डाली, मधु यादव, जूली सिंह, स्नेहा पाल, पूजा राय है तथा उनके साथ – राम कुमार साव, पूजा सिंह, विशाल सेठ, पिंकी राजभर, पूजा पासवान, पूजा शर्मा, रिंकी साव, इंद्रोजीत दास, पूजा दास, अंकु गुप्ता, अनिल शाह, कामिनी पोद्दार, प्रियंका चौधरी, रोहित साव और शमसुद हुसैन है।