BIT कॉलेज में व्याख्यान का आयोजन, शहर के कई बुद्धिजीवियों ने कार्यक्रम में लिया हिस्सा
जम्मू कश्मीर के संस्थापक महाराजा गुलाब सिंग के राज्याभिषेक के दो सौ वर्ष पूरे होने पर एक व्याख्यान का आयोजन दुर्ग में किया गया।
दुर्ग। जम्मू कश्मीर के संस्थापक महाराजा गुलाब सिंग के राज्याभिषेक के दो सौ वर्ष पूरे होने पर एक व्याख्यान का आयोजन दुर्ग में किया गया। इस अवसर पर जम्मू कश्मीर अध्ययन केंद्र के सचिव और सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता संजय कुमार त्यागी मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित हुये। जहाँ उन्होंने महाराजा गुलाब सिंग और राजा हरि सिंग के सुधारवादी कार्य और उनसे जुड़ी गलत भ्रांतियों को दूर करने का प्रयास किया।दुर्ग के बीआईटी कॉलेज में आयोजित इस व्याख्यान को सुनने के लिए शहर के कई बुद्धिजीवियों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। आयोजन में उपस्थित मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित हुये संजय कुमार त्यागी ने बताया कि महाराजा गुलाब सिंग का राज्याभिषेक 17 जून 1822 को हुआ था। उनके राज्याभिषेक के द्विशताब्दि वर्ष को याद करते हुये ही आज यह बताना आवश्यक है। कि महाराज गुलाब सिंग और राजा हरि सिंग के कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण कार्य हुये थे। लेकिन आजादी के बाद उनके जीवन चरित्र को नकारात्मक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
इस अवसर एक सिक्के की प्रदर्शनी भी आयोजित की गई।जिसमे महाराजा गुलाब सिंग और राजा हरि सिंग के समय प्रचलित तांबे और चांदी के सिक्के, कश्मीर रियासत के स्टाम्प पेपर, शारदा लिपी के पोस्टकार्ड, को भी संग्रहित किया गया। भारत की पहली महिला शासक रानी सुगंधा के काल के सिक्के भी है। हालांकि इतिहास के पन्नों में इस रानी का जिक्र नही है।