चिटफंड कंपनियों को लेकर जिला न्यायाधीश ने जारी किया आदेश, अब इन कंपनियों की होगी नीलामी…
राजधानी में चिटफंड कंपनियों में डूबे 800 करोड़ रुपए पीड़ितों को वापस दिलाने की प्रक्रिया तेज हो गई है।
रायपुर- राजधानी में चिटफंड कंपनियों में डूबे 800 करोड़ रुपए पीड़ितों को वापस दिलाने की प्रक्रिया तेज हो गई है। मंगलवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश अरविंद कुमार वर्मा ने सनशाइन इंफ्राबिल्ड कारपोरेशन, निर्मल इंफ्राहोम कारपोरेशन लिमिटेड और गुरुकृपा इन्फ्रा रियल्टी इंडिया लिमिटेड कंपनी की प्रॉपर्टी नीलाम करने के आदेश दिए।
अब प्रापर्टी की कीमतों का आंकलन किया जाएगा। माना जा रहा है कि तीनों कंपनी की अलग-अलग इलाकों में स्थित प्रापर्टी की कीमत करीब 5 करोड़ होगी। नीलाम करने के बाद प्राप्त होने वाले पैसे पीड़ितों में बांटे जाएंगे।जिला प्रशासन के अफसरों ने संकेत दिए हैं कि बुधवार से तीनों कंपनियों की प्रॉपर्टी नीलामी की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
इसके लिए अलग-अलग इश्तिहार जारी किए जाएंगे। उसके बाद तहसील में प्रॉपर्टी की बोली लगायी जाएगी। नीलामी में शामिल होने के लिए एक निश्चित राशि तहसील में जमा करना होगा। तभी बोली लगा पाएंगे। लोक अभियोजक केके शुक्ला ने बताया कि सनशाइन, निर्मल इंफ्राहोम और गुरुकृपा इंफ्रा की रायपुर में 4 जगह प्रॉपर्टी है।इसमें चिरहुलडीह के नेशनल कॉर्पोरेट पार्क की तीसरी मंजिल में 2318 वर्गफीट, तिल्दा में 2 एकड़ से ज्यादा, लालपुर में 32 हजार वर्गफीट और डंगनिया में 1960 वर्गफीट जमीन है, जिसे प्रशासन ने कुर्क किया है।
पुलिस अफसरों ने बताया कि सनशाइन ने राज्य में 50 करोड़ से ज्यादा की ठगी की है। कंपनी ने 5 साल में दोगुना रकम देने का झांसा दिया था। लोगों को कंपनी में जोड़ने पर एजेंट को मोटा कमीशन दिया जाता था। निवेशकों को जब पैसा देने का समय आया तो कंपनी के डायरेक्टर ऑफिस में ताला लगाकर भाग निकले। तीनों कंपनियों के खिलाफ राज्य के अलग-अलग शहरों में केस दर्ज कराए गए हैं। फिलहाल कंपनी के डायरेक्टर बलौदाबाजार जेल में बंद है। वहीं निर्मल इंफ्राहोम कंपनी ने 20 करोड़ और गुरुकृपा ने 10 करोड़ से ज्यादा की ठगी की है।