चिटफंड कंपनी चलाने वाले का मामा गिरफ़्तार, बताया भांजे के खज़ाने का राज़…
रायपुर। वसुंधरा रियलकाॅन लिमिटेड़ कंपनी के नाम से चिटफण्ड कंपनी चलाने वालों में से एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
रायपुर। वसुंधरा रियलकाॅन लिमिटेड़ कंपनी के नाम से चिटफण्ड कंपनी चलाने वालों में से एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
वहीँ इस कंपनी के संचालक के खिलाफ भी कई अहम सुराग पुलिस के हाथ लगे है जिस पर पुलिस टीम काम कर रही है। इस मामलें का खुलासा करते हुए एडिशनल एसपी तारकेश्वर पटेल ने इस मामलें का खुलासा किया है।
एएसपी पटेल ने मीडिया को बताया कि वसुंधरा रियलकाॅन लिमिटेड़ कंपनी के नाम से चिटफण्ड कंपनी के संचालक संदीप पारोई और डायरेक्टर आशीष सरकार के खिलाफ थाना तेलीबांधा में अपराध दर्ज़ है। इस मामलें में तक़रीबन 500 पीडितों ने अपनी शिकायत दर्ज़ कराई थी। जिसमें जाँच पड़ताल के दौरान कंपनी के संचालक संदीप पारोई के कोलकाता में होने का इनपुट मिला था।
जिसमें तेलीबांधा और सायबर सेल की एक ज्वाइंट टीम ने कोलकाता के चौबीस परगना थाना फालता कोलकाता पहुंचकर जाँच पड़ताल की। जांच में मुख्य आरोपी संदीप पारोई का सगा मामा गौरंगो राय, जो इस कंपनी में भी शामिल था उसकी जानकारी मिली। जिसके बाद टीम ने उसकी रैकी कर 7 दिनों की मेहनत के बाद उसे गिरफ्तार किया।
नाम बदलकर कर रहा था काम
पुलिस ने बताया कि आरोपी गौरांग वहां अपना नाम और पहचान छिपाकर कोलकाता के एक कंपनी में काम कर रहा था। जिस पर पुलिस टीम के सदस्यों द्वारा अपनी पहचान छिपाकर उसी कंपनी के बाहर एजेंट बनकर ही उसे गिरफ्तार करने का जाल बिछाया था। लगातार 07 दिन तक आरोपी के पर नजर रखने के बाद उसकी गिरफ्तारी करने में पुलिस ने सफलता पाई है।
होटल में लगाए है पैसे, एक पार्टनर की मौत
एएसपी पटेल ने बताया कि इस चिटफंड कंपनी के प्रकरण में एक अन्य आरोपी डायरेक्टर आशीष सरकार की मृत्यु हो चुकी है। वही इस मामलें में संदीप पोराई एवं शहाबुद्दीन खान फरार है।
संदीप पोराई के नाम पर करोडा़े की सम्पत्ति एवं दो बड़े होटलों की जानकारी प्राप्त हुई है। संदीप पोराई के विरूद्ध कोलकाता में अलग-अलग थानों में अपराध पंजीबद्ध है।