बिलासपुर के स्काई अस्पताल के डायरेक्टर का अपहरण, यूपी के मुरादाबाद से पांच आरोपित गिरफ्तार
बिलासपुर के सरकंडा स्थित स्काई अस्पताल के डायरेक्टर के अपहरण के मामले में पुलिस ने उत्तरप्रदेश के मुरादाबाद में दबिश देकर पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
बिलासपुर। बिलासपुर के सरकंडा स्थित स्काई अस्पताल के डायरेक्टर के अपहरण के मामले में पुलिस ने उत्तरप्रदेश के मुरादाबाद में दबिश देकर पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इसमें अस्पताल में ही पूर्व में कार्यरत दो डॉक्टर और एक टेक्नीशियन शामिल हैं।
आरोपितों को रिमांड में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। स्काई हॉस्पिटल सरकंडा बिलासपुर के डायरेक्टर प्रदीप अग्रवाल(42) का 19 सितंबर को अपहरण कर लिया गया था। वे शाम सात बजे अपने घर सूर्या विहार से फोर्ड कार से अस्पताल जाने के लिए निकले थे। काफी देर तक अस्पताल नहीं पहुंचने पर स्वजन उनके मोबाइल नंबर पर संपर्क किया, लेकिन मोबाइल बंद बताया।
मामले की शिकायत के बाद सरकंडा पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर लिया। अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज से टीम ने जानकारी खंगाली। मामले में अस्पताल स्टाफ से बारीकी से पूछताछ की गई। इसमें पूर्व में अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर शैलेंद्र मसीह, डॉक्टर मोहम्मद आरिफ व टेक्नीशियन फिरोज खान के द्वारा प्रदीप अग्रवाल के साथ पैसे की लेनदेन की बात पर विवाद होने की जानकारी प्राप्त हुई।
मोहम्मद आरिफ एवं फिरोज खान मूलतः मुरादाबाद उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। इस जानकारी के बाद एसपी दीपक झा द्वारा तत्काल टीम मुरादाबाद उत्तर प्रदेश रवाना किया गया। टीम मुरादाबाद उत्तर प्रदेश में आरोपितों के ठिकानों पर दबिश देकर के सभी पांच आरोपित शैलेंद्र मसीह, मोहम्मद आरिफ, फिरोज, रिजवान समेत पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर बिलासपुर ले आई है।
11 चेक में कराए दस्तखत
स्काई अस्पताल के डायरेक्टर को अपहरण करने के बाद दोनों डॉक्टर और टेक्नीशियन ने 11 चेक में दस्खत करा लिए। इसके बाद कार से ही उन्हें लेकर मुरादाबाद ले गए। इस बीच पुलिस सक्रिय हो गई। मुरादाबाद में काफी देर तक सक्रिय रहने के बाद प्रदीप अग्रवाल को छोड़ दिया गया।
दिल्ली एयरपोर्ट पर छोड़कर भागे
मंगलवार की सुबह अस्पताल संचालक फ्लाइट से रायपुर आ गए और पुलिस को सूचना दी। खबर मिलते ही एसपपी दीपक झा के निर्देश पर पुलिस की टीम उन्हें रायपुर से लेकर आ गई। अस्पताल संचालक ने बयान दिया है कि डा. आरिफ व डा. शैलेंद्र मसीह ने बंदूूक की नोंक पर उनका अपहरण किया था।