BIG BREAKING : राजा पुष्पा देवी सिंह की हालत गंभीर, जानिए क्यों राजीव गांधी ने किया था इनका प्रचार
छत्तीसगढ़ के राजधानी रायपुर से बड़ी खबर सामने आ रही है. सारंगढ़ राजपरिवार की राजा पुष्पा देवी सिंह की अचानक तबियत बिगड़ गई.
रायपुर।छत्तीसगढ़ के राजधानी रायपुर से बड़ी खबर सामने आ रही है. सारंगढ़ राजपरिवार की राजा पुष्पा देवी सिंह की अचानक तबियत बिगड़ गई. बताया जा रहा है कि पुष्पा देवी सिंह को आधी रात तकरीबन 3:30 बजे गंभीर हालत में राजधानी रायपुर के मोवा स्थित श्री बालाजी इंस्टिट्यूट और मेडिकल साइंस में भर्ती कराया गया.
मिली जानकारी के मुताबिक राजा पुष्पा देवी सिंह गंभीर अवस्था में अस्पाल में भर्ती की गई है, उन्हें बोलने की तकलीफ है साथ ही वे अपने महल में बेहोश होकर भी गिर गई थी. डॉ नायक ने बताया कि जांच के बाद अभी उनका प्रोविजनल डायग्नोसिस एक्यूट किडनी इंज्यूरी, सीवीए, सेप्सिस पैरीकार्डियल एक्यूजन बना है.
उनका उपचार मेडिसिन डिपार्टमेंट के डॉ शशांक गुप्ता, डॉ दीपक जायसवाल, नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ साईं नाथ पत्तेवार, कॉर्डियोलजी डिपार्टमेंट से डॉ बविंदर और डॉ निखिल मोतीरामानी और न्यूरोलॉजी से डॉ केके भोई उनका उपचार कर रहे है. हालांकि अभी उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है.
बता दें कि राजा पुष्पा देवी सिंह कांग्रेस की पूर्व सांसद रही है और उनके चुनाव में प्रचार के लिए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी आएं थे. उन्हें चुनाव उनके पिता राजा नरेश चंद सिंह ने इंदिरा गांधी के कहने पर लड़ाया था बता दें कि राजा नरेश चंद सिंह मध्यप्रदेश के इकलौते आदिवासी मुख्यमंत्री थे और उनका कार्यकाल 13 दिनों (13 मार्च 1969 से 25 मार्च 1969) का था. हालांकि ये भी एक संयोग है कि यहां से प्रचार के बाद राजीव गांधी की तमिलनाडु गए थे जहां उनकी हत्या हुई थी.
क्यों राजा है पुष्पा देवी सिंह?
राजा शिशिर बिंदु के निधन के बाद उनकी बहन पूर्व सांसद पुष्पादेवी सिंह का राज्याभिषेक किया गया था. राजपरिवार की स्थापित परंपरा रही है कि राजा का सिंहासन खाली नहीं रहता, इसलिए राजा की मौत के बाद राजा की बहन पुष्पादेवी सिंह का राज्याभिषेक किया गया. इसलिए वे अपना नाम राजा पुष्पा देवी सिंह लिखती है.