January 11, 2025

जंगल सफारी में बनेगा हाईटेक अस्पताल, होगी फोरेंसिक जांच की व्यवस्था….

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छत्तीसगढ़ के घायल, बीमार वन्यजीवों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा मिल सके इस बात को ध्यान में रखते हुए जंगल सफारी में उत्तरप्रदेश, बरेली स्थित इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट की तर्ज पर सर्व सुविधायुक्त अस्पताल का निर्माण किया गया है।

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रायपुर।छत्तीसगढ़ के घायल, बीमार वन्यजीवों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा मिल सके इस बात को ध्यान में रखते हुए जंगल सफारी में उत्तरप्रदेश, बरेली स्थित इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट की तर्ज पर सर्व सुविधायुक्त अस्पताल का निर्माण किया गया है। वन्यजीवों की बेहतर उपचार करने तथा एनिमल की बीमारी को डाइग्नोज करने एक करोड़ दो लाख रुपए की लागत से हाईटेक मशीन लगाए जा रहे हैं। यहां वन्यजीवों की सर्जरी के लिए आधुनिक ऑपरेशन थियेटर तैयार होगा। साथ ही नियोनेटल केयर यूनिट भी बनाया जा रहा है। ताकि जंगल सफारी में ही गंभीर बीमारियों में भी वन्यजीवों को उपचार की सुविधा मिल सके।


उल्लेखनीय है, घायल और बीमार वन्यजीवों के उपचार की बिलासपुर स्थित कानन पेंडारी जू के साथ जंगल सफारी में व्यवस्था है। एनिमल के ज्यादा बीमार होने पर दुर्ग अंजोरा स्थित कामधेनू विश्वविद्यालय के एक्सपर्ट के साथ वहां के अस्पताल का उपयोग किया जाता है। सफारी में वन्यजीवों की उपचार के लिए हाईटेक अस्पताल बनने के बाद यहां वन्यजीवों की जटिल बीमारियों का उपचार करना संभव हो पाएगा।

इस वजह से हाईटेक अस्पताल का निर्माण

जंगल सफारी में पदस्थ वन्यजीव चिकित्सक की लापरवाही से दो वर्ष पूर्व एक शेर, एक शेर शावक तथा दो तेंदुआ शावक की मौत हो गई थी। आरोप है वन्यजीवों का उपचार करने वाले चिकित्सक बीमार वन्यजीवों की बीमारी को सही तरीके से डाइग्नोज नहीं कर पाए। जिसकी वजह से वन्यजीवों की मौत हो गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए वन मुख्यालाय ने वन्यजीवों का बेहतर उपचार करने सर्व सुविधायुक्त अस्पताल बनाने का निर्णय लिया।

आधुनिक एक्सरे मशीन के साथ सोनोग्राफी मशीन

इंसानों की तरह एनिमल को बेहतर उपचार मिल सके इस बात को ध्यान में रखते हुए अस्पताल में आधुनिक ऑपरेशन थिएटर बनाने के साथ आधुनिक एक्सरे मशीन लगाए जाएंगे। इसके साथ ही नियोनेटल केयर यूनिट बनाया जाएगा। ऑपरेशन के दौरान एनिमल को जो बेहोशी की इंजेक्शन लगाए जाएंगे, उसकी मॉनिटरिंग के लिए एनिस्थिसिया मॉनिटरिंग एक्यूपमेंट की खरीदी की जाएगी।

फोरेंसिक जांच की व्यवस्था

वर्तमान में एनिमल की डीएनए के साथ फोरेंसिक जांच के अलावा विसरा जांच के लिए हैदराबाद, भोपाल, मुंबई की दौैड़ लगानी पड़ती है। हाईटेक अस्पताल निर्माण के बाद भविष्य में एनिमल की विसरा, डीएनए के साथ फोरेंसिक जांच की सफारी में व्यवस्था करने की बात अफसर कह रहे हैं।

हाईटेक बनेगा अस्पताल

जंगल सफारी में वन्यजीवों के अस्पताल को हाईटेक बनाने शासन से अनुमति मिल गई है। अस्पताल में वन्यजीवों की उपचार में काम आने वाले उपकरणों की खरीदी के लिए जल्द ही टेंडर जारी किया जाएगा।

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