दुर्ग जिले के नेवई गोलीकांड का मास्टरमाइंड और मुख्य आरोपी मुकुल सोना बिहार से गिरफ्तार
भिलाई। दुर्ग जिले के नेवई गोलीकांड का मास्टरमाइंड और मुख्य आरोपी मुकुल सोना गिरफ्तार हो गया है।
भिलाई। दुर्ग जिले में बहुचर्चित गोलीकांड का मुख्य आरोपी को मुकुल सोना को आखिरकार दुर्ग पुलिस ने नालंदा बिहार से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी के स्थानीय नेटवर्क को ध्वस्त करते हुए पांच दोस्तों को गिरफ्तार कर कार्यवाही की गया। आरोपी को पकड़ने में पुलिस के द्वारा उसके 40 ठिकानों में लगातार दबिश दिया था।
भिलाई के नेवई में पिछले दिनों हुए गोलीकांड का मुख्य आरोपी अंततः पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया दुर्ग पुलिस ने मुकुल सोना को बिहार के नालंदा से गिरफ्तार कर लिया पिछले कुछ दिनों से लगातार मुकुल सोना सोशल मीडिया के माध्यम से पुलिस को लगातार चुनौती दे रहा था एसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि गोलीकांड के आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस को लगभग शहर के 50 से अधिक सीसीटीवी कैमरा का फुटेज प्राप्त कर विश्लेषण किया गया। इसके पश्चात घटना में प्रयुक्त लाल रंग की संदिग्ध मारूती 800 कार की तलाशी में टीम लगाया गया।
जिसके तहत टोल नाके, आई टी एम एस कैमरे, शहर में 800 कार के मालिको की जानकारी मैकेनिक की जानकारी, पार्टस विक्रेताओ की जानकारी इक्कठी की गई एवं जिले के तमाम निगरानी बदमाशो, सजायाबता अपराधियो की लिस्टींग कर उनको थाना बुलाकर कड़ाई से पुछताछ किया गया। शहर में अवैध देशी कटटा, पिस्टल के मामलो में पूर्व के आरोपियों एवं उनके सहयोगियों की जानकारी ली गई दरअसल तीन अज्ञात आरोपियो की पहचान नेवई क्षेत्र के बदमाश मुकुल सोना उर्फ सोनू तथा उसके दो सहयोगी मुकेश सिंह उर्फ पंचर निवासी इलाहाबाद, नागेन्द्र कुमार निवासी नालंदा बिहार के रूप में हुई। पहचान उपरांत इनकी गिरफ्तारी के लिए संबंधित ठिकानो पर पुलिस द्वारा तत्काल दबिश दी गई।
घटना बाद से ही अपने ठिकानो से तीनो आरोपी फरार मिले पुलिस ने आरोपियो की पहचान पहले ही कर चुकी थी उक्त घटना के बाद आरोपियों की धरपकड पतासाजी के लिए उनके हर संभावित ठिकाने पर टिटलागढ उडिसा, धमतरी, कुरूद, केशकाल, कांकेर, नागपूर, रायपुर, नंदिनी अहिवारा सहित दुर्ग भिलाई शहर के करीबन 40 ठिकानों पर दबिश दी गई। इसी दौरान आरोपियों द्वारा सोशल मिडिया, फेसबुक, इंस्टाग्राम के माध्यम से क्षेत्र में अपना दबदबा कायम करने के लिए एवं प्रार्थी को जान से मारने की धमकी दी गई एवं इसके माध्यम से पुलिस के इन्वेस्टीगेशन को गुमराह करने का भी प्रयास किया गया। मुख्य आरोपी मुकुल सोना के बयान मेमोरण्डम पर से घटना में प्रयुक्त दो नग मोबाईल, वाई-फाई राउटर, देशी कट्टा, राउण्ड, मारूति कार 800, मोटर सायकल पल्सर 200 जप्ती की गई है। आरोपी मुकुल सोना को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में भेज दिया गया है.पुलिस ने मुख्य आरोपी का सोशल मीडिया चलने वाले व उनका सहयोग करने वाले आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी मुकुल सोना पुलिस से बचने के लिए अपना लुक बदलकर नालन्दा में छीपकर फरारी काट रहा था बिहार से लुधियाना जाने की फिराक में था लेकिन पुलिस ने उसे पहले ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया वही उसका साथी नागेन्द्र कुमार दीवार कूदकर फरार हो गया आरोपी शातिराना तरीके से भिलाई से बिहार के लिए दूसरे के नाम से अपना रेलवे का टिकट बुक कराया था ताकि पुलिस को इसकी जानकारी न लगे पुलिस ने 20 दिनों बाद मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है दुर्ग रेंज के आईजी ने मुख्य आरोपी को पकड़ने में लगी पुलिस टीम को 30 हजार ईनाम देने की घोषणा की है बहरहाल इस मामले में अभी दो आरोपी मुकेश सिंह व नागेन्द्र कुमार पुलिस गिरफ्त से फरार है जिसकी लगातार पतासाजी की जा थी है और जल्द फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने की बात कही है।
यह था पूरा मामला
दरअसल, सारा मामला शुरू हुआ नेवई थाने के हिस्ट्रीशीटर बृजेश राय पर 5 जुलाई की रात हुई फायरिंग से। रिसाली के मरौंदा टैंक के पास रात करीब 12 बजे 3 लोगों ने बृजेश राय की कार पर फायरिंग की। गोलियां कार पर लगी और बृजेश बच गया। पुलिस ने इसे पहले कार का विवाद बताया, लेकिन CCTV फुटेज में मुकुल सोना के दिखने के बाद जांच का रुख बदल गया। पुलिस इससे पहले की आरोपियों तक पहुंच पाती, 10 जुलाई की रात नेवई भाठा में फिर गोलियां चल गईं थी।