दर्दनाक: पत्नी, बेटा-बेटी और सास-साली की हत्या कर शख्स ने की आत्महत्या
नागपुर| महाराष्ट्र के नागपुर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. एक शख्स ने पहले अपने पूरे परिवार को खत्म कर डाला. इसके बाद खुद भी फंदे से झूल कर आत्महत्या कर ली. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने शवों को अपनी कस्टडी में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
नागपुर पुलिस को इस घटना की जानकारी सोमवार, दोपहर 12 बजे के करीब मिली. यह घटना तहसील पुलिस स्टेशन के पास बागल अखाड़ा परिसर में हुई . इस घटना को अंजाम देने वाले शख्स का नाम आलोक माथुरकर है. जांच में सामने आया है कि आलोक सिलाई का काम करता था. यह परिवार प्रमोद भिसीकर नाम के शख्स के घर किराए पर रहता था.
दरअसल नागपुर के तहसील थाने के क्षेत्र में बागल अखाड़ा के टिमकी परिसर में रहने वाले आलोक माथुरकर ने पहले अपनी पत्नी, बेटा, बेटी, की हत्या की. इसके बाद वो सड़क के उस पार 100 फुट की दूरी में रहने वाली अपनी सास के घर गया. वहां आलोक ने सास और साली की हत्या की. फिर वापस अपने घर आया और अपने गले में फंदा डालकर आत्महत्या कर ली. पुलिस द्वारा प्राप्त जानकारियों के मुताबिक आलोक ने अपनी पत्नी, बेटा और बेटी के सर पर हथौड़े से वार किया जबकि सास और साली की हत्या गला रेत कर की.
आलोक माथुरकर की पत्नी का नाम विजया, बेटी का नाम परी और बेटे का नाम साहिल बताया जा रहा है. प्रारंभिक जांच में पुलिस हत्या का कारण पारिवारिक कलह बता रही है. लेकिन हत्या के अन्य ऐंगल से भी पुलिस ने जांच का काम आगे बढ़ा दिया है. कहा जा रहा कि कुछ समय पहले आलोक की अपनी साली से किसी बात पर कहा-सुनी हो गई थी. इस बात की शिकायत भी दर्ज करवाई गई थी.
पड़ोसियों को ऐसे पता चला
सोमवार सुबह जब इस परिवार से कोई बाहर जाता हुआ दिखाई नहीं दिया तो पड़ोसियों ने खिड़की से अंदर की ओर झांका. बेटा बाहर के कमरे में मृत पड़ा था. पड़ोसियों ने पुलिस को कॉल कर घटना की सूचना दी. पुलिस जब घटनास्थल में दाखिल हुई तो अंदर का दृश्य भयावह था. पत्नी और बेटी अंदर वाले कमरे में मृत पाई गईं. आलोक ने भी गले में फंदा लटका कर आत्महत्या की थी. पुलिस तुरंत आलोक की सास के घर गई. वहां सास लक्ष्मी बोबडे और साली अमिषा बोबडे भी मृत पाई गईं.
नागपुर पुलिस ने शवों को पोस्टामार्टम के लिए भेजा
इस घटना की खबर सोमवार दोपहर 12 बजे के बाद पूरे नागपुर में जंगल की आग की तरह फैल गई और पूरा नागपुर थर्रा गया. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार सहित शहर के सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी हरकत में आ गए. तहसील थाना परिसर, गणेशपेठ और अन्य जगहों से पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और शवों को अपने कब्जे में लेकर पंचनामा शुरू किया. इसके बाद सभी शवों को सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया. नागपुर में ऐसी ही एक घटना जून 2018 में दिघोरी में हुई थी.