नक्सली सहयोगी बताकर पुलिस ने की कार्यवाही, आदिवासी एवं भाजपा नेत्री ने ज्ञापन सौंपकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की
संवाददाता : कामिनी साहू
राजनांदगांव| नक्सली सहयोगी बताकर पुलिस ने एक युवक पर कार्यवाही करते गिरफ्तार किया था वही इस मामले को लेकर भाजपा नेत्री एंव आदिवासी जनप्रतिनिधि ने कहा गलत तरीके से हुई है कार्यवाही जिस पर मानपुर थाना पहुचकर मामले की उच्च स्तरीय जांच और शामिल अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग की है।
दरअसल राजनांदगांव जिले के मानपुर थाना क्षेत्र के परदोनी में बीते 11 जून को बुकमरका निवासी युवक दिलीप दुग्गा की गिरफ्तारी के मामले ने वनांचल में तूल पकड़ लिया है। इस मामले में पुलिस के खिलाफ अब भाजपा नेत्री व आदिवासी जनप्रतिनिधि नम्रता सिंह ने भी पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, 15 जून को नम्रता सिंह ने दर्जनो समर्थकों के साथ मानपुर थाने पहुंच कर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयप्रकाश बढ़ई से मुलाकात की, उन्होंने गिरफ्तारी को फर्जी बताते हुए पुलिसिया कार्यवाही पर कड़ा विरोध जताया , यही नही नम्रता सिंह व क्षेत्रीय भाजपाइयों ने मामले की उच्च स्तरीय जांच तथा गिरफ्तारी में शामिल पुलिस अफसर-कर्मियों को तत्काल मानपुर थाने से हटाने समेत अन्य मांगे प्रमुखता से ज्ञापन के जरिये रखी है।
बता दें कि मानपुर पुलिस द्वारा नक्सल सहयोगी बताते हुए गिरफ्तार किए गए युवक दिलीप दुग्गा के परिजन व क्षेत्रवासी लगातार ये कहकर गिरफ्तारी का विरोध कर रहे ग्रामीण आदिवासी युवक जो वनोपज लाख बेचने व बैंकिंग कार्य के लिए बुकमरका से गांव के ही एक साथी के साथ मानपुर जा रहे दिलीप दुग्गा को जबरन बीच राह उठाकर तथा उसे नक्सल सहयोगी व उसके पास से विस्पोटक सामग्री बरामद बताकर जेल भेज दिया। गिरफ्तारी के बाद क्षेत्रीय ग्रामीण, परिजन समेत सर्व आदिवासी समाज भी गिरफ्तारी को फर्जी करार देते हुए विरोध दर्ज करा कर दोषी पुलिस अफसर-कर्मियों पर कड़ी कार्यवाही की मांग कर चुके हैं। अब विपक्ष की आदिवासी जन प्रतिनिधि नम्रता सिंह ने भी दोषियों पर कार्यवाही व मामले की उच्च स्तरीय जांच की पैरवी की है। लगातार हो रही गिरफ्तारी के विरोध व मामले के कई तथ्य भी गिरफ्तारी को संदेह के दायरे में खड़ा कर रहे हैं , वही पुलिस मामले की जांच की बात कहकर मामले को शांत करने प्रयासरत है।