मिजोरम-असम सीमा के पास खाली पड़े मकानों में अज्ञात लोगों ने लगाई आग, मचा हड़कंप
असम| मिजोरम-असम सीमा के पास दो खाली पड़े मकानों में अज्ञात लोगों ने आग लगा दी जिससे दोनों राज्यों की सीमा पर तनाव की स्थिति पैदा हो गयी. पुलिस ने रविवार को इस बारे में बताया. दोनों राज्यों ने दावा किया कि शुक्रवार की रात हुई यह घटना उनके क्षेत्र में हुई. किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है क्योंकि दोनों मकान खाली पड़े थे. असम ने मिजोरम से आए बदमाशों पर इस घटना का आरोप लगाया, वहीं मिजोरम ने आरोप लगाया कि बांग्लादेश से आए प्रवासी सीमा विवाद को भड़काना चाहते हैं.
हैलाकांडी की जिला पुलिस अधीक्षक रमनदीप कौर ने दावा किया कि अली हुसैन और सैदुल इस्लाम के दो खाली पड़े मकानों में आग लगाने के अलावा मिजोरम से आए बदमाशों ने जिले के गुटगुटी क्षेत्र के पास असम की सीमा के भीतर 300 मीटर का एक ढांचा भी खड़ा कर दिया. उन्होंने बताया कि घटना में संलिप्त बदमाशों की पहचान की जा रही है और इस संबंध में मामले दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है. एसपी ने बताया कि इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गयी और गश्त तेज कर दी गयी है.
‘जमीन के लिए कर भी मिजोरम सरकार को चुकाया जाता’
कौर ने कहा कि मिजोरम में उच्च स्तर के अधिकारियों के समक्ष यह मामला उठाया गया है और जल्द ही इसका समाधान कर लिया जाएगा. कौर ने हैलाकांडी के उपायुक्त रोहन कुमार झा और रामनाथपुर के थाना प्रभारी लिटोन नाथ के साथ इलाके का दौरा कर हालात की समीक्षा की. कौर ने बताया कि यह इलाका आरक्षित वन क्षेत्र के भीतरी हिस्से में है और असम की तरफ से वहां जा पाना बहुत कठिन है.
हालांकि, मिजोरम के कोलासिब जिले के एसपी वनफाका राल्टे ने दावा किया कि यह क्षेत्र जिले के बैराबी कस्बे के पास जोफई में है. उन्होंने कहा, ‘‘इस साल फरवरी में दोनों मकानों को मिजो लोगों ने अपनी धान की फसल की देखरेख के लिए किराये पर दिया था.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें आशंका है कि बांग्लादेशी प्रवासियों ने दोनों पड़ोसी राज्यों के बीच सीमा मुद्दे को भड़काने के लिए यह साजिश की है.’’ उन्होंने कहा कि जिस इलाके में यह घटना हुई वह मिजोरम के क्षेत्र में आता है और आरक्षित वन क्षेत्र में नहीं है. साथ ही कहा कि जमीन के लिए कर भी मिजोरम सरकार को चुकाया जाता है. बैराबी थाने में एक मामला दर्ज किया गया है और आरोपियों की तलाश की जा रही है.