छत्तीसगढ़ियों की संस्था “नाचा” को अमेरिका में मिला ग्लोबल कम्युनिटी ऑस्कर अवार्ड
अमेरिका में निवासरत छत्तीसगढ़ के नागरिकों की संस्था “नार्थ अमेरिका छत्तीसगढ़ एसोसिएशन” (नाचा) को 10वें वार्षिक ग्लोबल कम्युनिटी ऑस्कर अवार्ड समारोह में अमेरिका के वरिष्ठ सांसद (हाउस ऑफ़ रिप्रेंज़ेटेटिव्स) ने ‘ऑर्गनाइजेशन ऑफ द ईयर’ से सम्मानित किया है.
रायपुर। अमेरिका में निवासरत छत्तीसगढ़ के नागरिकों की संस्था “नार्थ अमेरिका छत्तीसगढ़ एसोसिएशन” (नाचा) को 10वें वार्षिक ग्लोबल कम्युनिटी ऑस्कर अवार्ड समारोह में अमेरिका के वरिष्ठ सांसद (हाउस ऑफ़ रिप्रेंज़ेटेटिव्स) ने ‘ऑर्गनाइजेशन ऑफ द ईयर’ से सम्मानित किया है. वरिष्ठ सांसद (हाउस ऑफ़ रिप्रेंज़ेटेटिव्स) डैनी डेविस ने अंतर्राष्ट्रीय संगठन AMEC (अमेरिकन मल्टी एथनिक कोएलिशन), और MEATF (मल्टी एथनिक अमेरिकन टास्क फोर्स) के साथ सामुदायिक वैश्विक पुरस्कारों का आयोजन किया।
अवार्ड का यह कार्यक्रम 28 अगस्त, 2021 को शिकागो में कई वैश्विक समुदाय के नेताओं और यूएसए के राजनेताओं की उपस्थिति में आयोजित किया गया था. शिकागो कार्यकारी अध्यक्ष दीपाली सरावगी, उपाध्यक्ष सोनू जोशी और वंदना दडसेना, कोषाध्यक्ष रागिनी साहू, संयुक्त सचिव शशि साहू, सांस्कृतिक प्रमुख खुशबू बंसल, सलाहकार और कार्यकारी अभिजीत जोशी, मुनीश कैस्थ, शंकर फतवानी, गीता खेतपाल ब्रजेश साहू, प्रशांत गुप्ता, और नाचा के कार्यकारी उपाध्यक्ष तिजेंद्र साहू वरिष्ठ कांग्रेसी डैनी के डेविस और एमेक्स लीडरशिप से यह पुरस्कार प्राप्त करने के लिए मंच पर उपस्थित थे.
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ की विरासत और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए NACHA की शुरुआत 2017 में शिकागो में हुई थी. अब यह एक अंतरराष्ट्रीय ब्रांड है और राज्य को बढ़ावा देने और वैश्विक स्तर पर छत्तीसगढ़ समुदाय का समर्थन करने के लिए कई कार्यक्रमों की मेजबानी करता है. NACHA की पहल ने सभी छत्तीसगढ़ी NRI को एक विदेशी भूमि पर गौरवान्वित किया है और विभिन्न इंडो-अमेरिकन और कनाडाई समुदायों के नेताओं से इसे काफी सराहना मिली है.
एक प्रेस नोट में नाचा के कार्यकारी अध्यक्ष गणेश कर ने कहा कि यह पुरस्कार प्राप्त करना हमारे लिए गर्व का क्षण है. संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य देशों में हमारे राज्य को बढ़ावा देने के लिए सदस्य अथक प्रयास कर रहे हैं. यह पहला पुरस्कार है जो NACHA को मिला है। उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार हमारे सभी स्वयंसेवकों को समर्पित है, जो संगठन की मदद कर रहे हैं और हमारी छत्तीसगढ़ की संस्कृति को भारत से बाहर ला रहे हैं.